हिमाचल प्रदेश में जल्द शुरू होंगे Drone Taxi Services!

Drone Taxi Servicesपहाड़ों के दुर्गम इलाकों में अब ड्रोन से होगी सामान और मेडिकल सप्लाई की ढुलाई

शिमला, 12 मई 2025 – हिमाचल प्रदेश सरकार इस वित्तीय वर्ष में ड्रोन टैक्सी सर्विसेज (Drone Taxi Services) लॉन्च करने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू के प्रमुख मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि यह सेवा कृषि उत्पादों और मेडिकल सप्लाई को राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाने में मदद करेगी।

हिमाचल को बनाया जाएगा “ग्रीन एवं टेक-स्मार्ट” राज्य

मुख्यमंत्री सुखू ने बजट भाषण में इस योजना का जिक्र करते हुए कहा था कि ड्रोन टैक्सी और लॉजिस्टिक्स सर्विसेज से राज्य में कनेक्टिविटी और सेवा वितरण में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। चौहान ने कहा, “हिमाचल की भौगोलिक संरचना को देखते हुए ड्रोन सबसे प्रभावी समाधान है। यह कम समय और ऊर्जा में दुर्गम स्थानों तक पहुंच सकता है।”

ड्रोन टेक्नोलॉजी के ये फायदे उठाएगा हिमाचल:

✔ कृषि (Agriculture): फसलों में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का छिड़काव
✔ आपदा प्रबंधन (Disaster Management): रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत सामग्री पहुंचाना
✔ स्वास्थ्य सेवाएं (Healthcare): दूरस्थ गांवों में दवाइयों और वैक्सीन की आपूर्ति
✔ ट्रैफिक मॉनिटरिंग (Traffic Monitoring): यातायात व्यवस्था में सुधार
✔ वन्यजीव निगरानी (Wildlife Surveillance): अवैध शिकार और खनन पर नजर

ड्रोन स्टेशन बनेंगे बस स्टैंड की तरह

मुख्यमंत्री सुखू ने बजट में हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों में ड्रोन स्टेशन (Drone Stations) स्थापित करने की घोषणा की थी। ये स्टेशन बस स्टैंड की तरह काम करेंगे और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित सहायता पहुंचाने में मदद करेंगे।

युवाओं को मिलेगा रोजगार

चौहान ने बताया कि सरकार ड्रोन टेक्नोलॉजी के माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है। पिछले वित्तीय वर्ष (2024-25) में 243 युवाओं को सरकारी आईटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा, “ड्रोन सेक्टर में स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जा रहा है ताकि युवा इस उभरते टेक्नोलॉजी सेक्टर में अपना करियर बना सकें।”

“ग्रीन हिमाचल विजन” को मिलेगी गति

मुख्यमंत्री सुखू ने ड्रोन टेक्नोलॉजी को “ग्रीन हिमाचल विजन (Green Himachal Vision)” का अहम हिस्सा बताया है। उनका मानना है कि यह पर्यावरण अनुकूल तकनीक है, जो पारंपरिक परिवहन के मुकाबले कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी।

क्या आप जानते हैं?

🚁 भारत में ड्रोन टैक्सी का पहला ट्रायल 2024 में बेंगलुरु में किया गया था।
🚁 हिमाचल देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल होगा, जहां ड्रोन से सामान ढुलाई की व्यावसायिक सेवाएं शुरू होंगी।

👉 क्या आपको लगता है ड्रोन टैक्सी सेवा हिमाचल के लिए गेम-चेंजर साबित होगी? कमेंट में बताएं!

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