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शिक्षाप्रद कहानी हिंदी में – बर्फ की फैक्ट्री में बंद आदमी
शिक्षाप्रद कहानी हिंदी में – बर्फ की फैक्ट्री में बंद आदमी से पहले- यह एक बहुत ही असाधारण घटना की साधारण से कहानी है।औरों के लिए विनम्रता, शिष्टाचार और इज्जत देना कैसे एक आदमी की जान बचाती है। ये कहानी पढ़ कर आप की आँखें खुली की खुली रह जाएँगी। तो आइए शुरू करते हैं एक रोचक और शिक्षाप्रद कहानी हिंदी में – बर्फ की फैक्ट्री में बंद आदमी।
शिक्षाप्रद हिंदी कहानी – बर्फ की फैक्ट्री में बंद आदमी | Shikshaprad Hindi Kahani – arf ki factory mein band admi
एक आदमी बर्फ बनाने वाली कम्पनी में काम करता था
एक दिन कारखाना बन्द होने से पहले अकेला फ्रिज करने वाले कमरे का चक्कर लगाने गया तो गलती से दरवाजा बंद हो गया
और वह अंदर बर्फ वाले हिस्से में फंस गया..
छुट्टी का वक़्त था और सब काम करने वाले लोग घर जा रहे थे
किसी ने भी अधिक ध्यान नहीं दिया की कोई अंदर फंस गया है।
वह समझ गया की दो-तीन घंटे बाद उसका शरीर बर्फ बन जाएगा अब जब मौत सामने नजर आने लगी तो
भगवान को सच्चे मन से याद करने लगा।
अपने कर्मों की क्षमा मांगने लगा और भगवान से कहा कि
प्रभु अगर मैंने जिंदगी में कोई एक काम भी मानवता व धर्म का किया है तो तूम मुझे यहाँ से बाहर निकालो।
मेरे बीवी बच्चे मेरा इंतज़ार कर रहे होंगे। उनका पेट पालने वाला इस दुनिया में सिर्फ मैं ही हूँ।
मैं पुरे जीवन आपके इस उपकार को याद रखूंगा और इतना कहते कहते उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे।
एक घंटे ही गुजरे थे कि अचानक फ़्रीजर रूम में खट खट की आवाज हुई।
दरवाजा खुला चौकीदार भागता हुआ आया।
उस आदमी को उठाकर बाहर निकाला और गर्म हीटर के पास ले गया।
उसकी हालत कुछ देर बाद ठीक हुई तो उसने चौकीदार से पूछा, आप अंदर कैसे आए ?
चौकीदार बोला कि “साहब मैं 20 साल से यहां काम कर रहा हूं। इस कारखाने में काम करते हुए हर रोज सैकड़ों मजदूर और ऑफिसर कारखाने में आते जाते हैं। मैं देखता हूं लेकिन आप उन कुछ लोगों में से हो, जो जब भी कारखाने में आते हो तो मुझसे हंस कर राम राम करते हो
और हालचाल पूछते हो और निकलते हुए आपका राम राम काका कहना मेरी सारे दिन की थकावट दूर कर देता है।
जबकि अक्सर लोग मेरे पास से यूं गुजर जाते हैं कि जैसे मैं हूं ही नहीं।
आज हर दिनों की तरह मैंने आपका आते हुए अभिवादन तो सुना लेकिन
राम राम काका
सुनने के लिए इंतज़ार
करता रहा।
जब ज्यादा देर हो गई तो मैं आपको तलाश करने चल पड़ा कि कहीं आप किसी मुश्किल में ना फंसे हो”।
वह आदमी हैरान हो गया कि किसी को हंसकर
राम राम कहने जैसे छोटे काम की वजह से आज उसकी जान बच गई।
हिंदी कहानी – बर्फ की फैक्ट्री में बंद आदमी से शिक्षा –
जब आप हर किसी के साथ विनम्रता और सम्मान के साथ पेश आते हैं चाहे वो व्यक्ति कितना भी बड़ा हो या छोटा हो तो आपका ये छोटा सा प्रयास आपको लोगों में इतना लोकप्रिय और इज्जत देने के साथ ही इतना कुछ देगा जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसलिए हमें सभी के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए फिर चाहे वो हमारे घर में या ऑफिस में काम करने वाले नौकर ही क्यों न हों।
दोस्तों ये थी हमारी आज की कहानी बर्फ की फैक्ट्री में बंद आदमी सबसे पहले तो कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद और हमें ये जरूर बताएं कि आपको ये कहानी कैसी लगी और अगर आपको ये कहानी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सप्प और टेलीग्राम पर शेयर अवश्य करें।
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